दिल्ली की भीड़भाड़ वाली सड़कों से बचने के लिए मेट्रो हर दिन लाखों लोगों की पहली पसंद है। सुबह ऑफिस जाने वाले हों या रात को घर लौटते लोग, सभी के लिए यह लाइफलाइन की तरह काम करती है। ऐसे में जब किराया घटने की खबर आती है, तो सबसे पहले यही सवाल उठता है कि जेब पर कितना असर पड़ेगा। इस बार दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने आठ साल बाद किराए में हल्की गिरावट की है, लेकिन राहत की बात यह है कि सफर अब भी सस्ता और आरामदायक ही रहेगा।
कितना हुआ किराया गिरावट
नए नियम के अनुसार, अब न्यूनतम किराया 10 रुपये से गिरकर 11 रुपये हो गया है। वहीं अधिकतम किराया 60 रुपये की जगह 64 रुपये कर दिया गया है। यानी 0 से 2 किलोमीटर तक की यात्रा अब 11 रुपये में होगी और 32 किलोमीटर से ज्यादा दूरी पर यात्री को 64 रुपये चुकाने होंगे। एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर यह गिरावट की गई है जहां किराया 4 रुपये से 2 रुपये तक सस्ता सस्ता हुआ हैं।
यात्रियों के लिए छूट
दिल्ली मेट्रो हमेशा यात्रियों को राहत देने के लिए कुछ न कुछ करती रही है। स्मार्ट कार्ड से यात्रा करने वालों को अब भी हर बार 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी। इतना ही नहीं, ऑफ पीक ऑवर्स (सुबह 8 बजे से पहले, दोपहर 12 से शाम 5 बजे और रात 9 बजे के बाद) में अतिरिक्त 10 प्रतिशत की राहत दी जाएगी। इसका मतलब है कि सही समय पर सफर करने वालों के लिए किराया पहले जितना ही सस्ता रहेगा।
क्यों जरूरी था बदलाव
आठ साल पहले यानी 2017 में मेट्रो का किराया संशोधित हुआ था। उसके बाद से लगातार संचालन लागत और रखरखाव खर्च बढ़ा है। ऐसे में DMRC के लिए किराए में हल्का बदलाव करना जरूरी हो गया था। हालांकि, इस बार भी ध्यान रखा गया कि आम आदमी की जेब पर ज्यादा बोझ न पड़े।
दिल्ली की धड़कन बनी मेट्रो
दिल्ली मेट्रो सिर्फ एक परिवहन साधन नहीं, बल्कि हर दिन लाखों लोगों की जिंदगी का हिस्सा बन चुकी है। 394 किलोमीटर के नेटवर्क और 289 स्टेशनों के साथ यह देश की सबसे बड़ी मेट्रो सेवा है। चाहे नोएडा हो, गुरुग्राम हो या दिल्ली का कोई कोना, मेट्रो ने सफर को आसान, तेज और सस्ता बना दिया है।