Land Registry New Update : जमीन रजिस्ट्री में सभी झंझट खत्म, सरकार ने दिया बड़ा तोहफा जानिए पूरी खबर।

आज का समय बदलता जा रहा है। हर किसी की चाहत होती है कि उसका खुद का घर हो। लेकिन जमीन खरीदना और उसका सही से रजिस्ट्री कराना कभी-कभी बहुत मुश्किल काम बन जाता था। खासकर जब खर्च ज्यादा आता था। अब सरकार ने इस समस्या को समझते हुए नए नियम लागू किए हैं। यह नियम खासतौर पर उन लोगों के लिए बहुत राहत देने वाले हैं, जो खुद की जमीन खरीदने का सपना देखते हैं लेकिन भारी खर्च की वजह से पीछे हट जाते थे।

नई सरकार की योजना से आसान और सस्ता हुआ रजिस्ट्री का काम

भारत सरकार ने हाल ही में जमीन रजिस्ट्री प्रक्रिया को बहुत सरल और सस्ता बना दिया है। पहले यह प्रक्रिया काफी खर्चीली और जटिल मानी जाती थी। लेकिन अब बिहार राज्य में सरकार ने जमीन रजिस्ट्री के लिए केवल ₹100 का शुल्क तय किया है। यानी जमीन का रजिस्ट्री करवाना अब आपके बजट में हो गया है। यह नया नियम उन लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है, जिन्हें जमीन बंटवारे के समय या खरीदते समय रजिस्ट्री कराने में परेशानी होती थी। इससे वे अपने सपनों का घर बनवा सकेंगे बिना किसी भारी खर्च के।

पारिवारिक सदस्य की सूची जरूरी

जमीन रजिस्ट्री करवाने से पहले एक जरूरी कदम होता है। आपको अपने परिवार के सभी सदस्यों की सूची अपने नजदीकी सर्किल ऑफिसर से निकलवानी होती है। यह सूची आपके परिवार के सभी लोगों के नामों और अन्य जरूरी जानकारियों से भरपूर होती है। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि जमीन रजिस्ट्री के दौरान सभी वैध परिवारिक सदस्यों का नाम शामिल हो सके। इसके बिना रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी नहीं होगी। इसलिए यह कदम बिल्कुल जरूरी है।

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का महत्व

जब पारिवारिक सदस्य की सूची बन जाती है, तो अगला कदम होता है जरूरी दस्तावेज जमा करना। जमीन रजिस्ट्री कराने के लिए आपको अपने नजदीकी रजिस्ट्री कार्यालय जाना होगा। वहां पर आपके सारे दस्तावेजों की जांच होगी। दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, परिवारिक सदस्य सूची, जमीन के कागजात आदि जरूरी होते हैं। यह प्रक्रिया इसलिए जरूरी है ताकि भविष्य में कोई विवाद न हो। वेरिफिकेशन के बाद ही आपकी जमीन का रजिस्ट्री पूरा होता है। इसलिए जरूरी दस्तावेज साथ लेकर जाना बहुत आवश्यक है।

रजिस्ट्री का फायदा, जमीन का बंटवारा आसान हो गया

अगर आपने अपने जमीन का रजिस्ट्री करवा लिया है तो इसका बड़ा फायदा यह होता है कि जमीन का बंटवारा भी बेहद आसान हो जाता है। बंटवारे के समय हर व्यक्ति को उसके हिस्से की सही जानकारी मिलती है। इससे जमीन से जुड़े विवाद समाप्त हो जाते हैं। क्योंकि जमीन रजिस्ट्री एक कानूनी दस्तावेज की तरह काम करता है। भविष्य में कोई भी जमीन से जुड़ा झगड़ा होने पर यह दस्तावेज सहारा देता है। इससे परिवार में शांति भी बनी रहती है और आप अपने सपनों का घर बनाकर चैन की सांस ले सकते हैं।

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