हर किसी की जुबान पर आजकल सिर्फ एक ही सवाल है। सोने की कीमतें आखिर क्यों इतनी तेजी से बदल रही हैं? त्योहारों का मौसम है, खासकर नवरात्र और दीवाली नजदीक आ रहे हैं। ऐसे में हर किसी की नजर सोने-चांदी की कीमतों पर टिकी रहती है। एक वक्त ऐसा था, जब सोना खरीदना सबका सपना माना जाता था। पर अब यह सपना थोड़ा महंगा हो चुका है। लेकिन इस हफ्ते थोड़ी राहत मिली है। चलिए, आपको बताते हैं क्यों और कैसे सोने-चांदी के भाव में उतार-चढ़ाव आ रहा है।
सोने-चांदी की कीमत में अचानक गिरावट
आज यानी 8 सितंबर 2025 को घरेलू बाजार में सोने-चांदी की कीमतें गिरावट पर दिखीं। पिछले हफ्ते जहां सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर था, वहीं आज अचानक 606 रुपये (0.56 फीसदी) की गिरावट आई। अक्टूबर डिलीवरी वाला सोना 1,07,122 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। दिसंबर डिलीवरी वाला सोना भी 612 रुपये गिरकर 1,08,176 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। चांदी की हालत भी कुछ अलग नहीं। दिसंबर डिलीवरी वाली चांदी 977 रुपये यानी करीब 0.78 फीसदी गिरकर 1,23,720 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का हाल
ग्लोबल मार्केट में भी सोने-चांदी की कीमतें कमजोर रही। अमेरिका के कॉमेक्स पर दिसंबर डिलीवरी वाला सोना 0.68 फीसदी गिरकर 3,628.35 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। हाजिर सोना भी 3,584.40 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। ऐसे समय में निवेशकों ने मुनाफावसूली की और इंटरनेशनल मार्केट में कमजोरी का फायदा उठाया।
पिछले एक हफ्ते में तेजी की कहानी
हालांकि आज थोड़ी गिरावट देखने को मिली, पर पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतें जबरदस्त तेजी से बढ़ी हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 7 सितंबर 2025 को 24 कैरेट सोना 1,06,338 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था। एक हफ्ते पहले यह केवल 1,02,388 रुपये था। यानी सिर्फ सात दिनों में करीब 3,950 रुपये का इजाफा हुआ। इसी तरह 22 कैरेट सोना 93,787 रुपये से बढ़कर 97,406 रुपये प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट सोना 76,791 रुपये से बढ़कर 79,754 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा। चांदी में भी 5,598 रुपये की तेजी दर्ज हुई।
क्यों बढ़ रहा है सोना-चांदी का भाव
इसका सबसे बड़ा कारण दुनिया में बढ़ती अनिश्चितता मानी जा रही है। खासकर अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा कई देशों पर टैरिफ (import duty) लगाए जाने से वैश्विक आर्थिक अस्थिरता बढ़ी है। ऐसे समय में लोग सुरक्षित निवेश की तरफ रुख करते हैं। सोना और चांदी को सबसे भरोसेमंद निवेश माना जाता है। दूसरी ओर फेडरल रिजर्व की संभावित ब्याज दरों में कटौती की अटकलें भी इस तेजी को और हवा दे रही हैं।
इस साल में अब तक की जानकारी
1 जनवरी 2024 को 24 कैरेट सोने की कीमत मात्र 76,162 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। अब यह 1,06,338 रुपये तक पहुंच चुकी है। करीब 40 फीसदी की वृद्धि हुई है। चांदी की कीमत भी जनवरी में 86,017 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 1,23,170 रुपये पर पहुंच गई। यानी लगभग 43 फीसदी का उछाल।
अब आगे क्या हो सकता है
हालांकि आज कुछ गिरावट आई है, पर मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर वैश्विक अनिश्चितता जारी रही और फेड की पॉलिसी में बदलाव हुआ, तो आने वाले समय में सोना-चांदी के भाव फिर से बढ़ सकते हैं। निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और सही समय पर सही फैसला लेना चाहिए।