देश का किसान जब खेतों में पसीना बहाता है तो वह सिर्फ अपनी थाली नहीं भरता बल्कि पूरे देश का पेट पालता है। यही वजह है कि जब उसके बैंक खाते में सरकार की ओर से पीएम किसान सम्मान निधि की राशि आती है तो उसके चेहरे पर सुकून और राहत दोनों दिखाई देती है। 20वीं किस्त अगस्त में मिलने के बाद अब किसान भाइयों की नजरें 21वीं किस्त पर टिकी हुई हैं।
पीएम किसान योजना से का उद्देश्य
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (2019 में शुरू हुई) किसानों की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक है। इसके तहत हर साल किसानों को तीन किस्तों में कुल छह हजार रुपये की मदद मिलती है। यह रकम सीधे बैंक खाते में आती है। खेती-किसानी के सीजन में यही पैसे बीज, खाद, कीटनाशक और दूसरी छोटी जरूरतें पूरी करने में काम आते हैं। छोटे किसान, जिनकी कमाई का बड़ा सहारा यही है, इस योजना को जीवन की मजबूती मानते हैं।
21वीं किस्त कब आ सकती है
20वीं किस्त का लाभ किसानों को अगस्त में मिला। अब सभी की निगाहें नवंबर या दिसंबर 2025 पर हैं, जब अगली किस्त आने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, अभी तक सरकार की तरफ से आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। किसान लगातार खबरों का इंतजार कर रहे हैं ताकि अगली बार उनकी जेब में दो हजार रुपये की यह राहत जरूर पहुंचे।
किन्हें मिलेगा लाभ और किन्हें नहीं
जिन किसानों ने ई-केवाईसी पूरी कर ली है, भूलेखों का सत्यापन करा लिया है और जिनका बैंक खाता आधार कार्ड से जुड़ा हुआ है, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनके खाते में किस्त का पैसा समय पर पहुंचेगा। लेकिन जिन किसानों ने यह औपचारिकताएं पूरी नहीं की हैं, उन्हें इंतजार लंबा हो सकता है। कई बार गलत जानकारी या अधूरे दस्तावेज भी किस्त रोक देते हैं। ऐसे किसान सावधान रहें और तुरंत सुधार कराएं ताकि उनका हक न छूटे।
किसानों की उम्मीदें
हर बार किस्त आने से किसानों के बीच एक नई उम्मीद जगती है। यह सिर्फ रुपये नहीं, बल्कि मेहनत का सम्मान है। गांवों में किस्त आने के दिन को त्योहार की तरह देखा जाता है। कोई बीज खरीदता है, कोई खेत में दवा डालता है तो कोई घर की छोटी जरूरतें पूरी करता है। यही वजह है कि 21वीं किस्त का इंतजार अब हर किसान परिवार के लिए उत्सुकता और आशा का विषय बन गया है।